कथक नृत्य के क्षेत्र में गुरु माया राव का योगदान

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Title

कथक नृत्य के क्षेत्र में गुरु माया राव का योगदान
Kathak Nṛtya kē Kṣētr Mēṅ Guru Māyā Rāv kā Yōgdān

Publisher

The Department of Indian Music
School of Fine & Performing Arts
University of Madras, Chepauk
Chennai, Tamil Nadu, India - 600 005

Date

December 2022

Format

Portable Document Format

Language

Hindi

Type

Article

Alternative Title

Kathak Nritya Ke Kshetra Mein Guru Maya Rav ka Yogdan

Abstract

स्वतंत्रता प्राप्ति से पूर्व का समय भारतीय कला एवम सांस्कृतिक विकास के सन्दर्भ में अत्यन्त महत्वपूर्ण कालखण्ड माना गया है। ब्रिटिश काल में जहाँ एक ओर शास्त्रीय नृत्यकला सामाजिक वैमनस्य रूपी जटिल पाश में जकड़कर संस्कारहीन मानी जा रही थीं, वहीं दूसरी ओर कला से संस्कारिक सुविज्ञ वर्ग शास्त्रीय नृत्यों को पुनः उसी गरिमा के साथ प्रतिष्ठित करने का हेतु कटिबद्ध था। यद्यपि यह अक्षरशः सत्य है कि 20वीं सदी के पूर्वाद्ध में अमेरिकी तथा यूरोपीय कलाविदों के सद्प्रयासों द्वारा प्रेरित होकर उदयशंकर, रामगोपाल, मैडम मेनका जैसे चर्चित कलाकार कथक नृत्य के प्रचार-प्रसार हेतु पश्चिमी देशों में भी लम्बी-लम्बी व्यावसायिक यात्राएँ करने लगे। फलस्वरूप कथक की सामाजिक प्रतिष्ठा में अभिवृद्धि हुयी तथा कथक नृत्य के क्षेत्र में संभ्रान्त वर्ग की रूचि जागृत होने लगी। इसी के साथ-साथ इस क्षेत्र में स्त्रियों की सहभागिता भी बढ़ने लगी। कथक नृत्य को सामाजिक मान्यता दिलाने के साथ-साथ इस क्षेत्र में कोरियोग्राफी (नृत्य-संयोजन) की असीम संभावनाओं से परिचित कराने हेतु गुरु माया राव जी का नाम चिस्मरणीय रहेगा I वे सम्भवतः प्रथम दक्षिण भारतीय महिला थीं, जिन्होंने शास्त्रीय पृष्ठभूमि से होने के बावजूद, कोरियोग्राफी की विधा को अत्यन्त बारीकी से सीखा तथा सन् 1964 में नाट्य इन्स्टीट्यूट आफ कोरियोग्राफी जैसी संस्था की नींव रखी जो आज भी कोरियोग्राफी के क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्रदान करने वाला अग्रणी संस्थान हैं। प्रस्तुत लेख में गुरु माया राव जी द्वारा कथक नृत्य के सर्वांगीण विकास हेतु किये गये उत्कृष्ट कार्यों को सूत्रबद्ध रूप से प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है। निश्चय ही गुरु माया राव कथक नृत्य के प्रगतिशील महिला कलाकारों की सदैव पथ- प्रदर्शक रहेंगी। 

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9 .कथक नृत्य के क्षेत्र में गुरु माया राव का योगदान.docx.pdf

Citation

डॉ. रंजना उपाध्याय, “कथक नृत्य के क्षेत्र में गुरु माया राव का योगदान,” Smṛti - A Bi-Annual Peer Reviewed Journal on Fine & Performing Arts , accessed November 3, 2024, https://smrti.omeka.net/items/show/48.